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Showing posts from December, 2015

जय वीर दुर्गादास राठौङ जी की

काया तौ माणस तणी,बल भरियो मातंग | माय गजब रो सुत जणया ,रंग रे दुरगा रंग || इतिहास के पन्ने पलट कर देखा तो एक सच सामने आया | इतिहास के हर पन्नों में वीर दुर्गादास राठौङ समाया || पर जिन...

सांगा के अस्सी घाव वहाँ.....बाबर की होती हार जहाँ।

चितौड धधकता अंगारा। दुश्मन भी हमेशा है हारा। चूण्डा का त्याग रहा न्यारा। जौहर ज्वाला जग उजियारा।।.... मेवाडी धरती शूरों की। यह सन्तो और महावीरों की।। यह राणा पूंजा तीरों क...

चेतक पर चढ़ जिसने......

चेतक पर चढ़ जिसने , भाला से दुश्मन संघारे थे... मातृ भूमि के खातिर , जंगल में कई साल गुजारे थे... झुके नही वह मुगलोँ से,अनुबंधों को ठुकरा डाला... मातृ भूमि की भक्ति का, नया प्रतिमान बना ...

वीरो का जीना जीते नही.......बकरो की मोत मरोगे क्या...

वीरो का जीना जीते नही              .   बकरो की मोत मरोगे क्या... युध्द पलटा नाली पलटी रौना पलटा हुकारो में........ पानी जो गया पातालो मे अब बदलेगा तलवारो मे..... पलटे जीन की रणफेरी उनको अन...

तन-मन से है नारा मेरा , बोलो जय भवानी |

तन-मन से है नारा मेरा , बोलो जय भवानी | धिक्कार है उन राजपूतों को ,खोदी जिन्होंने अपनी जवानी || तन-मन से है नारा मेरा , बोलो जय भवानी | कायर नही आज हम , दुनिया को यह आज बतानी || हम जन रक्षक ...

रजपूती बातें....

*राजपूत* ना दौलत पे नाज़ करते है , ना शोहरत पे नाज़ करते है , किया है भगवान ने "राजपूतो" के घर पैदा , इसलिए अपनी किस्मत पे नाज़ करते है..!!!_________________________________________ *राजपूत की तलवार** जब तक माथे पर लाल रंग न...

पूर्वजों की यश कीर्ति ,गौरव को ऐ राही ऐसे खोना मत.......

राह पकड़ तू चल अनवरत झंझावातों से डरना मत। पूर्वजों की यश कीर्ति ,गौरव को ऐ राही ऐसे खोना मत ।। प्रभु स्वयं अवतरित हुए जिस कुल में,उसके दाग लगाना मत । जौहर की आग में कूद पड़ी ज...

आओ क्षत्रिय तुम्हे दिखाएँ झांकी पूर्वजों के शान की....

आओ क्षत्रियों तुम्हे दिखाएँ झांकी पूर्वजों के शान की! जो मर मिट गये वतन पर परवाह न की निज प्राण की!! राजपूताने में लहराता देखो महाराणा प्रताप का स्वाभिमान है! जिनका सर न कभी झ...

रंग रामा रंग लिछमण.....

रंग रामा रंग लिछमणा, दसरथ रा कवंराह ! भुज रावण रा भांजिया, आलीजा भँवरा !१! रंग रामा रंग लिछमणा, दसरथ रा पूतांह  ! लंक लुटाई सोहणी, रंग बां रजपूतांह !२! कर्ण खयंकर लंक रा, जीत भयंकर ज...

वीर राजपूत

वीर!! वीर चल चले लडने, रणभूमी मे दुश्मन से भिडने! अपने शौर्य के दम पर, चल तु हरदम विजयपथ पर! शुर है जो,वो ईतिहास मे अमर है, कर तु भी कुछ के तेरा नाम अमर रहे! जग को पुन:, सुसज्जित कर दे अप...