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मैं वह क्षत्राणी हूँ जो.....!

मै वह क्षत्राणी हूँ जो, महा काळ को नाच नचाने आई हूँ !
मै वह क्षत्राणी हूँ जो,तुम्हे तुम्हारे कर्तव्यबताने आई हूँ !
मै मदालसा का मात्रत्त्व लिए, माता की माहिमा,दिखलाने आई हूँ !
मै वह क्षत्राणी हूँ जो,तुम्हे फिर से स्वधर्म बतलाने आई हूँ !
हाँ
तुम जिस पीड़ा को भूल चुके, मै उसे फिर उकसाने आईहूँ !
मै वह क्षत्राणी हूँ ,जो तुम्हे फिर से क्षात्र-धर्म सिखलाने आई हूँ !

क्षत्राणी

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