उस वीरकुल में जन्म लेकर, छोड़ता क्यों न निशानी है ?
क्षत्रिय तू इसकी रक्षा कर, यह कुल बड़ा स्वाभिमानी है !
राणा प्रताप सा व्रती, विक्रमादित्य सा त्याग किसमे ?
अर्जुन सम धनुर्धर राजा भोज सा अनुराग किसमे ?
आल्हा उदल सम वीरवर अभिमन्यु सा तेज किसमे?
भर्तिहारी सम त्यागी, गोरा बादल सा वेग किसमे ?
क्षत्रियों की अप्रतिम वीरता, सबको जानी पहचानी है,
वीरों तू इसकी रक्षा कर, यह कुल बड़ा स्वाभिमानी है !!
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