हिन्द पीछाणो आप बल, करो घोर घमसांण ।
बिण माथे रण मांडणो, हरबल में राजस्थान ।।
हे भारत !
तुम अपनी शक्ति की स्वयं पहचान करो व घमसान युद्ध में जुट जाओ ।
तुम क्यों डरते हो ?
सिर कटने पर भी भयंकर संग्राम करने वाले वीरों का राजस्थान आज युद्ध - भूमि मे अग्रिम पंक्ति (हरावल) में जो है ।।
लेखक - आयुवान सिंह हुडील
वीर गाथाएं
बिण माथे रण मांडणो, हरबल में राजस्थान ।।
हे भारत !
तुम अपनी शक्ति की स्वयं पहचान करो व घमसान युद्ध में जुट जाओ ।
तुम क्यों डरते हो ?
सिर कटने पर भी भयंकर संग्राम करने वाले वीरों का राजस्थान आज युद्ध - भूमि मे अग्रिम पंक्ति (हरावल) में जो है ।।
लेखक - आयुवान सिंह हुडील
वीर गाथाएं
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