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धरती माँ बोलो अवध के मेरे पुरुषोत्तम राम कहाँ?

धरती माँ बोलो अवध के मेरे पुरुषोत्तम राम कहाँ?
यमुना बोलो कालिया मर्दन करने वाले घनश्याम कहाँ?

भीष्म का शौर्य कहाँ, बलों के धाम बलराम कहाँ?
बोलो मेवाड़ फिर एकबर मेरा महाराणा संग्राम कहाँ?

राजस्थान के कण-कण बोलो महाराणा प्रताप कहाँ?
अरावली की मिटटी बोलो झाला का अपूर्व त्याग कहाँ?

कहाँ है अर्जुन का गांडीव भीमसेन का बल अपार कहाँ?
धर्मराज का वह भाला अभिमन्यु की तलवार कहाँ?

कहाँ है कर्ण की दानवीरता कवच और कुंडल कहाँ?
राजा जनक की बाणी विश्वामित्र का कमंडल कहाँ?

दिल्ली बोलो पृथ्वीराज का है शब्दवेदी वाण कहाँ?
कहाँ हैं मालवा के परमार दिल्ली के चौहान कहाँ?

वसुधा बोलो आल्हा उदल का विजय अभियान कहाँ?
धरती कहाँ है उनकी कन्नौज और वीर मलखान कहाँ?

कहाँ बालक भरत की वीरता छ्त्रशाल का शौर्य कहाँ?
बिहार की धरती बोलो अशोक चन्द्रगुप्त मौर्य कहाँ?

कहाँ है लवकुश की वीरता वीर बालक चंड का त्याग?
कहाँ खो गयी धरती में क्षत्राणियों का शौर्य सुहाग?

मातृभूमि पर शीश चढाने वाली कहाँ है हाडा रानी?
जौहर व्रत को जन्म देने वाली कहाँहैं पद्मिनी रानी?

कहाँ है वीर कुंवर का खडग रानी लक्ष्मी की तलवार?
गूंज रहा अभी भी कण कण में कुंवर सिंह की ललकार?

वीर शिवाजी छत्रशाल दुर्गादास अमरसिंह राठौड़ कहाँ?
कहाँ छिपे हैं इतने वीर सारे बड़ादो उनका ठौर कहाँ?

खोज लायुं उन्हें धरती पर माँ मुझे तुम बतला दो,
धरती फिर वीरों से भर जाये मेरे मन को बहला दो,

द्रुम कुसुम सभी मुरझा गए आज वनदेवी श्रीहीन हुयी,
क्षत्रियो का मुख निस्तेज है वसुधा वीर विहीन हुयी,

धरती माँ बोलो क्या लौटेगी क्षत्रियों की शान नहीं?
एकबार फिर से क्या जागेगा वीरभूमि राजस्थान नहीं?

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