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वीर योद्धा वीरमदेव के दोहे

मामा लाजै भाटिया कुल लाजै चहुॅआन ।
मूॅ परणूला तुरकडी तो अवलो ऊगे भाण ।।

सोनगरो वंको क्षत्रिय अणरो जोश अपार ।
झेले कुण अण जगत मे वीरम री तलवार ।।

बावीसी फौज करी विध विध गढ जालोर धर घेरोणो
महाभारत जैम मोचो बंदी बादशाह मन मे पछतोणो

बारह वरस लडियो बीवट बाल न खचीयो वीरम रो।
जबरो जुझार जगत मे शूरवीर भङ सोनगरो चहुॅआन

शूरा वीरां रो सिरमौर वीरम जठै जनमियो जोर।
जालन्धर रे तप री ठौर जग चावो जालोर ।।

जय राजपूताना जय माताजी हुक्म

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