राजपुताना शायरी जलते हैं तो जलने दो बुजाना मेरा काम नहीं... जला जला कर राख ना करदू तो "कुँवर सा" मेरा नाम _________________________________________ ओ बाईसा पीछे मुड के देखो आप का दुपट्टा जमीन से घिसा जा रहा है बाईस...
क्षत्रिय धर्म क्षत्रिय धर्म को भूल, राजपूत हम बन गये ! छोङे सारे क्षत्रिय सँस्कार, अँहकार मे तन गये ! क्षत्रिय धर्म मे पले हुए हम शिर कटने पर भी लङते थे ! दिख जाता अगर पापी और अन्...
इस सूर्य के तेज का अंस है क्षत्रिय तू श्री राम और कृष्ण का वंश है क्षत्रिय तू तेज तलवार की धार का पर्याय है क्षत्रिय तू दुष्टो के लिए काल का पर्याय भी हैं क्षत्रिय तू ऋषियों औ...
समय के साथ -साथ जमाना बदल जाता है, ''खानपान'' और ''रहन-सहन'' पुराना बदल जाता है, वक़्त की रफ़्तार में शख्स रंग बदल जाता है, मत बदलो ''राजपूती-चोला' ', जीने का ढंग बदल जाता है,, ''राजपूती-चोला' ' ...